बहुत साल पहले एक short film बनाई थी मुकेश गुप्ता जी के सहयोग से “आखिरी मुनादी” “Last Announcement आप youtube पर देख सकते है। https://youtu.be/K7lexJ9dqKI?si=v3RQIfY4FTMp6r2ph
ttps://youtu.be/-mVNTtRzF84?si=FYU-blc1huI-ytH0
“पिथौरागढ़ के मित्र एहसान बख्श इस शानदार फिल्म के निर्देशक थे। करीब 1.50 लाख में बनाई थी एहसान ने यह फिल्म जो कम से कम 20 अंतराष्ट्रीय फिल्म समारोह में चुनी गई। जर्सिशोर फिल्म समारोह में चुने जाने के कारण मेरा और एहसान का अमेरिका का 10 साल का विजा लगा। हम जा नही पाएं पर उस फिल्म का सफर शानदार रहा ।
हमारी वो फिल्म फिल्म्स डिवीजन द्वारा आयोजित समारोह मुम्बई में चुनी गई थी और उसे अवार्ड भी मिला था।
अब 2024 में उस समारोह के बाद आने का मौका मिला वो भी उन्ही मुकेश गुप्ता जी के कारण वरना 15 वर्ष मुम्बई प्रवास के दौरान कभी miff में नही जा पाएं कुछ व्यस्तता कुछ लापरवाही के चलते या यूं कहे हमेशा लगा अपनी फिल्म चुनी जायेगी तो जायेंगे। लेकिन उसके फिल्म तो बनानी पड़ेगी।
MIff 18 मुम्बई के event को Manage करने की जिम्मेवारी इस वर्ष मुकेश गुप्ता जी की कम्पनी graphisads Ltd को मिली तो सफल बनाने का साफा बांध लिया graphisads के event हनुमान बीएम झा ने।
हालंकि Graphisads ने इससे पहले भी बड़े events Manage किए है लेकिन फिल्म समारोह को manage करना एक अलग ही चुनौती थी और उस चुनौती को सफलता पूर्वक पूर्ण किया graphisads ने।21 जून योग दिवस वाले दिन इसका समापन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस समारोह के सातों दिन मैं शामिल रहा। मेरी जिम्मेवारी थी graphisads का प्रतिनिधित्व करते हुए नए सम्पर्क बनाना और विभिन्न भाषाओं के interpreters का इंतजाम करना। जिसे मैंने मांग अनुसार अपने मित्र अजीत की मदद से सफल जामा पहनाया।
पहले दिन 19 जून को जब मैं आया मुझे पता नहीं था मैं करूंगा क्या। झा साहब ने मेरी मुलाकात NFDC की जयता घोष से कराई। और उनसे मिलने के बाद मुझे समझ आ गया मैं क्यों आया हूं। जयता ने कहा हमे अपनी opening समारोह के लिए कुछ celebrities बुलाने है । मैंने जयता को करीब सौ celebrities के नंबर देकर कहा आप एनएफडीसी के माध्यम से इन सब लोगो को बुलाइए। मैं भी अपने खास मित्रों को बुला लेता हूं।
इसमें मेरी मदद की मेरे पिथौरागढ़ के मित्र प्रसिद्ध अभिनेता हेमन्त पाण्डेय जी ने । नवगठित सिन्टा से जुड़े होने के कारण हेमन्त के माध्यम से कार्यकारिणी की नामचीन हस्तियों को बुलाना आसान हुआ ।
Cintaa की हुडा खान ने भी celebrities जुटाने में मदद की। हालंकि उनसे संपर्क भी हेमन्त जी ने ही कराया था।
19 जून को trident होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई तो जयता ने मेरी भागीदार वहां करा दी। प्रेस वार्ता में मेरे दो पुराने मित्र वरिष्ठ पत्रकार ज्योति वेंकटेश और परेश मेहता से हुई ।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य अतिथि information ministry के वरिष्ठ सेक्रेटरी संजय जाजू थे उनके साथ miff के निदेशक पृथुल कुमार जो NFDC के एमडी भी है औरअधिकारी स्मिता वत्स शर्मा उपस्थित थे ।
इस बार miff का आयोजन देश के मुख्य पांच शहरों मुम्बई दिल्ली पूना कोलकाता और चिन्नई में एक साथ किया गया है यह जानकारी दी festival director पृथुल कुमार ने।
ज्योति वैंकटेश के एक प्रश्न miff के अन्य शहरों में delegates के लिए कोई फीस नही है तो मुंबई वालो से 500 रूपए क्यों लिए जा रहे है ने सभी मुंबईवासियों के पैसे बचा दिए और जाजू ने घोषणा की जो स्वैच्छिक देना चाहे दे प्रवेश फ्री ही है। इस कारण इस बार डेलीगेट्स की संख्या 18 सालों में सबसे अधिक रही। ज
ब संजय जाजू को पता चला कि ज्योति लगातार 18 वर्षों से miff में आ रहे है cover कर रहे है तो उन्होने प्रथुल कुमार से कहां भाई ऐसे विशेष लोगो के लिए भी आपको कोई अवार्ड देने की प्रथा बनानी चाहिए। इस साल तो नही शायद अगले वर्ष से ऐसा कोई अवार्ड शामिल हो सकता है ।
मेरा प्रश्न संजय जाजू से था 21 तारीख के बाद इन तमाम फिल्मों को कहां देख पाएंगे? उनका जवाब था दो तीन महीने में कुछ ऐसा होगा जिसकी जानकारी शीघ्र दी जायेगी। मुझे अपने sources से पता चला है दूरदर्शन शीघ्र ही अपने OTT channel लाने की तैयारी में है ।
वैसे NFDC में हवा ऐसी भी थी कि NFDC को फिल्म्स डिवीजन में ही शामिल कर लिया जायेगा जल्द ही और अधिकारी अन्य स्टाफ भी फिल्म्स डिवीजन का हिस्सा होंगे जो 55 सालों की उम्र के पार है उन्हे वीआरएस की सुविधा रहेगी। मैंने जो चर्चा सुनी वही ज्यों की त्यों बता दी।
मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का प्रारम्भ रणदीप हुड्डा, आदिल हुसैन, अभिषेक बनर्जी, दिव्येंदु शर्मा , दिव्या दत्ता, उपासना सिंह, मधुर भंडारकर, विनीत कुमार सिंह, राहुल रवैल, सोनाली कुलकर्णी ,आनंद एल राय, दीपक पराशर, हेमन्त पाण्डेय, साहिला चड्ढा,मिस इंडिया मान्या सिंह, इंद्रनील सेनगुप्ता सहित कई मशहूर हस्तियों की उपस्थिति में हुआ। इस मौके पर graphisads के निदेशक आलोक गुप्ता विशेष रूप से शामिल हुए।
समाहरोह प्रारम्भ की खास चर्चा हुई प्रसिद्ध वन्यजीव फिल्म निर्माता निर्देशक और सिनेमाटोग्राफर सुब्बैया नल्लामुथु को 18वें वी. शांताराम लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिसमे उन्हे 10 लाख रूपये मिले या कहे मिल जाएंगे क्योंकि 18 तक नहीं मिले थे।
नल्लामुथु से मेरा परिचय पुराना है उन्हे देखकर लग रहा था कहीं मिले है समारोह बाद पार्टी में मुलाकात हुई तो पता चला उन्हे सालो पहले दिल्ली से जानता हूं। मैंने उन्हें बताया मशहूर वन्य जीव फोटोग्राफर योगेश भाटिया मेरे मित्र है वो बोले वो मेरे भी मित्र है। उसके बाद तो समारोह में रोज ही मुलाकात चर्चे होते थे।प्रारम्भ पार्टी का आयोजन NCPA में ही किया गया था जहां opening और closing समारोह हुए थे।
प्रारम्भ पार्टी शानदार थी पार्टी के दो section बनाए गए थे एक A+ और दूसरा A ,A + में वीवीआईपी वीआईपी बड़े अधिकारी फिल्मी टीवी सितारो के लिए, A section में पत्रकार NFDC पीआईबी का स्टॉफ शामिल था।
Closing ceremony party में खाने की प्लेट मिली ही उसको जिसने A+ कार्ड deposit किया। मुझे लगता है इससे बेहतर व्यवस्था की जा सकती थी ।NFDC में सभी इंतजामात बहुत शानदार थे खासकर फिल्मों के प्रसारण की व्यवस्था बहुत अच्छी थी और time से थी वरना screen timings में बड़ी गड़बड़ी होती है ।
इस साल MIFF में 59 देशों की 61 भाषाओं में कुल 314 फिल्में शामिल की गई । जाने-माने अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माताओं ने विभिन्न विषयों पर 25 से अधिक मास्टरक्लास, पैनल चर्चा और ओपन फोरम में हिस्सा लिया।
मेरी खास मुलाकाते दिल्ली नवभारत टाइम्स में फीचर एडिटर रहे सुरेश शर्मा जी होती थी रोज ही । उनसे समारोह की काफी जानकारी नए लोगो से मुलाकात किस्से कहानियां सुनने को मिलती थी।
जापान के निर्देशक अभिनेता Taku Aoyagi से लगातार दो दिन मुलाकात होती रही उन्होने कसाब पर लिखी मेरी किताब को बेहद पसन्द किया। वो उसका जापानी अनुवाद पढ़ना चाहते है। उनकी फिल्म The Road He walks को बेहद पसंद किया गया ।
मैंने करीब 10/12 फिल्में देखी, सभी शानदार थी लेकिन documentaries, short movie animation movies का भविष्य क्या है साल में हजारों लाखों बनने वाली इन फिल्मों का बाजार कहां है NFDC या भविष्य के फिल्म्स डिवीजन सरकार Netflix की अपनी सीमाएं है ।
मुकेश गुप्ता जैसे लोग गिने चुने है उन्होने अभी एक शॉर्ट फिल्म फरजाना का भी निर्माण किया है । हमे हजारों लाखों मुकेश गुप्ता चाहिए जो अच्छी फिल्म बनाना तो चाहते है recovery कहां से होगी उसकी परवाह किए बगैर।
किस फिल्म को अवार्ड मिला कौन विजेता रहे उस सबको मुझे लिखने की जरूरत नही है गूगल भरा पड़ा है मैं वो बताना चाहता था जो कोई और नहीं बतायेगा।
अन्त में समापन समारोह के समापन से खत्म करते है । समापन समारोह में सितारें कम थे शेखर सुमन पूनम ढिल्लन मुख्य आकर्षण थे छाया कदम थी कौन है वो तलाशिए गूगल में , राहुल रवैल करीब हरेक function और पार्टी में थे ।
अमर उजाला के वरिष्ठ पत्रकार मेरे खास मित्र पंकज शुक्ला और अजीत कोहली विशेष रूप से मुझसे मिलने आए थे।
Graphisads के cmd मुकेश गुप्ता समापन समारोह में शामिल होने दिल्ली से आए थे।
हरीश शर्मा
नीचे link दे रहा हूं विस्तार से पढ़ना हो तो -
https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2027825