Saturday, September 5, 2020

यह हाथ क्या कहता है

यह जिसका भी हाथ है उसे पढ़ाई छोड़े हुए करीब 5 वर्ष हो गये है लेकिन खास बात यह है कि यह बालक फिर से पढ़ाई करेगा कोई course, अध्यात्म के प्रति रुझान, कोई धार्मिक ग्रन्थ पढ़ने की रुचि जागेगी।
पहली मुख्य रेखा देखिये इसे ह्रदय रेखा कहते है जिस अंतिम स्थान से यह रेखा मुड़ कर ऊपर गुरु पर्वत की तरफ जा रही है इसका मतलब है इसे कुछ तो पढ़ना ही है ।

अगले दो वर्षों में जिस स्थान से रेखा मुड़ी है वहाँ से एक रेखा निकल कर सीधी जायेगी। इस बालक का दिल बहुत बड़ा है मदद करने को त्तपर लेकिन जब सीधी रेखा नजर आने लगेगी उस समय  लोगो की मदद के साथ साथ यह दान दक्षिणा देने के लिए भी आगे रहेगा। 

आने वाले समय मे बालक की आमदनी सिर्फ एक कार्य से नही बल्कि अन्य कार्यो से भी होगी। इसे अचानक धन प्राप्ति भी होगी।

इसी हाथ पर चर्चा जारी रहेगी अगली post में।

Tip - हथेली में खुजली मचे तो यह न समझे कि धन आयेगा या शुभ अशुभ कुछ है बल्कि यह संकेत है कि हाथ की रेखा बदली है।

हरीश शर्मा

Tuesday, September 1, 2020

सन्तान रेखायें

हस्तरेखा ज्ञान 

सन्तान रेखा 

सन्तान रेखा के लिये आमतौर पर विशेषज्ञ चन्द्र क्षेत्र जो शुक्र क्षेत्र के सामने होता है के अंत मे देखते है लेकिन आप पहले मणि बंध के बीच मे जीवन रेखा के पास की लाइन देखे साथ ही अँगूठे की जड़ में शुक्र पर्वत और बुद्ध पर भी देखे।


तीन या कम से कम दो स्थान पर एक सी रेखा अवश्य होगी। यदि रेखा पतली और लम्बी है तो कन्या जन्म की संभावना है छोटी साफ सुथरी गहरी रेखा हो तो पुत्र की संभावना है 

तीनों या दो स्थानों पर जितनी स्पष्ट रेखायें हो उतनी ही संतान होने की संभावना होती है।

जीवन रेखा यदि शुक्र पर्वत का विस्तार करती हो तो सन्तान होने के शुभ संकेत है। 

बुद्ध क्षेत्र यानि सबसे छोटी उँगली के नीचे की रेखाएँ भी सन्तान के विषय मे जानकारी देती है। सूक्ष्म रेखाओं को मैग्निफाइंग ग्लास से देखना सटीक जानकारी देने में सहायक होता है।


दोनों हाथ देखने चाहिये जिससे रेखाओं की स्थिति साफ हो सके। 

Tip - रात को सोते समय पूर्ण दिन को धन्यवाद कहे आज का दिन बेहतर था कल का दिन बेहतरीन होगा । 

हरीश शर्मा