हस्तरेखा ज्ञान
सन्तान रेखा
सन्तान रेखा के लिये आमतौर पर विशेषज्ञ चन्द्र क्षेत्र जो शुक्र क्षेत्र के सामने होता है के अंत मे देखते है लेकिन आप पहले मणि बंध के बीच मे जीवन रेखा के पास की लाइन देखे साथ ही अँगूठे की जड़ में शुक्र पर्वत और बुद्ध पर भी देखे।
तीन या कम से कम दो स्थान पर एक सी रेखा अवश्य होगी। यदि रेखा पतली और लम्बी है तो कन्या जन्म की संभावना है छोटी साफ सुथरी गहरी रेखा हो तो पुत्र की संभावना है
तीनों या दो स्थानों पर जितनी स्पष्ट रेखायें हो उतनी ही संतान होने की संभावना होती है।
जीवन रेखा यदि शुक्र पर्वत का विस्तार करती हो तो सन्तान होने के शुभ संकेत है।
बुद्ध क्षेत्र यानि सबसे छोटी उँगली के नीचे की रेखाएँ भी सन्तान के विषय मे जानकारी देती है। सूक्ष्म रेखाओं को मैग्निफाइंग ग्लास से देखना सटीक जानकारी देने में सहायक होता है।
दोनों हाथ देखने चाहिये जिससे रेखाओं की स्थिति साफ हो सके।
Tip - रात को सोते समय पूर्ण दिन को धन्यवाद कहे आज का दिन बेहतर था कल का दिन बेहतरीन होगा ।
ॐ
हरीश शर्मा
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